0
National Handloom Day 2022 : जाने इसका महत्व, उद्देश्य और इतिहास www.thinkwithniche.inban site
हथकरघा उद्योग (Handloom Industry) भारत में आर्थिक गतिविधियों (Economic activities) के सबसे बड़े असंगठित क्षेत्रों (Unorganized sectors) में से एक है। जो ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों (Semi-urban areas) के लाखों बुनकरों को रोजगार प्रदान करता है। इनमें से अधिकांश महिलाएं और आर्थिक रूप से वंचित समूहों के लोग होते हैं। देश के सामाजिक-आर्थिक विकास (Socio-Economic Development) में हथकरघे का योगदान और बुनकरों की आमदनी में वृद्धि करने के उद्देश्य से साल में एक दिन राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (National Handloom Day) मनाया जाता है। इसी दिन 1905 में स्वदेशी आंदोलन (Swadeshi Movement) शुरू हुआ था। कोलकाता के टाउनहॉल (Town Halls of Kolkata) में एक जनसभा में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक रूप से शुरुआत की गई थी। भारत सरकार (Indian government) इसी की याद में हर वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के तौर पर मनाता है। आज जब हमारा पूरा देश आज़ादी का अमृत महोत्सव ‘Azadi Ka Amrit Mahotsav’ मना रहा है इस समय यह दिन इस साल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।आइये जानते हैं, नेशनल हैंडलूम डे क्यों मनाया जाता है (National Handloom Day is celebrated on) और क्या है इसका महत्त्व,उद्देश्य और इतिहास।
category news
posted by thinkwithniche 2 years ago
0 comments
flag/unflag
delete
delete and ban this url
Comments (0)
You need to be logged in to write comments!
This story has no comments.